श्री बदरीनाथ धाम में अलकनंदा नदी में स्नान, आचमन, तर्पण करते समय तीर्थयात्रियों के बहने की घटना के बाद मंदिर समिति ने जागरूकता अभियान तेज किया है। श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) अध्यक्ष अजेंद्र अजय के निर्देशों के बाद मंगलवार को बीकेटीसी मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल ने पुलिस प्रशासन के साथ बदरीनाथ स्थित स्नान घाटों का निरीक्षण किया तथा तीर्थ पुरोहितों से भी बातचीत की।
बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने बदरीनाथ धाम से बताया है मंदिर समिति की ओर से श्री बदरीनाथ पंडा पंचायत को दस बाल्टियां तथा मग सौंपे गये ताकि तीर्थयात्री नहाते समय उनका उपयोग कर सकें। वहीं, बीकेटीसी उपाध्यक्ष किशोर पंवार ने बताया कि स्नान घाटों को सुरक्षित किया जाना जरूरी है। इसके लिए नदी के किनारों पर लौहे के चैन से दौहरी सुरक्षा की जानी चाहिए। आपको बता दें कि बीते 24 सितंबर को भारतीय मूल के एनआरआई मलेशिया निवासी पिता-पुत्र के बहने की घटना के बाद से मंदिर समिति ने श्राद्ध तर्पण से जुड़े तीर्थ पुरोहितों तथा श्री बदरीनाथ पंडा पंचायत से संपर्क कर तीर्थयात्रियों को जागरूक करने तथा नदी के बहाव में न जाने की अपील की है।
जिला पुलिस प्रशासन लाउड स्पीकर से माध्यम से तीर्थयात्रियों को नदी के बहाव में न जाने संबंधित सूचनाओं को लेकर जागरूक कर रहा है। जिसका असर तीर्थयात्रियों पर देखने को मिल रहा है। इस अवसर पर पंडा पंचायत अध्यक्ष ने बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय का आभार जताया। साथ ही उपाध्यक्ष किशोर पंवार सहित सदस्यों एवं मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल का धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ सहित पंडा पंचायत पदाधिकारी राजेश पालीवाल, सुधाकर बाबुलकर, रजनीश मोतीलाल, अशोक टोडरिया, श्रीकांत बडोला, दुर्गा प्रसाद ध्यानी,सदस्य प्रदीप गौरीभट्ट एवं सत्येंद्र झिंक्वाण, खिलाफ सिंह आदि मौजूद रहे।